कामाख्या मंत्र: "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चे" उच्च कोटि के साधक यक्षिणी में स्वरूप या तो माँ स्वरूप लेते है या पुत्री स्वरूप. वशीकरण हमेशा नैतिक नहीं होता है. किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना वश में करना गलत है. वशीकरण हमेशा सफल नहीं होता है. इसका प्रभाव https://waylonjmmrx.vblogetin.com/38012056/the-greatest-guide-to-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai